E-Shram Card Status : हर माह सरकार दे रही है 1000 रुपये, ऐसे बनवाएं अपना ई-श्रम कार्ड

BY Sandeep

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E-Shram Card Status

E-Shram Card Status : भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया ई-श्रम कार्ड असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है।

यह 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) प्रदान करने वाला पहला राष्ट्रीय डेटाबेस है जो देश के 40 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा और सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करता है। 26 अगस्त 2021 को लॉन्च किए गए इस पोर्टल ने आज तक 30 करोड़ से अधिक श्रमिकों का पंजीकरण किया है।

ई-श्रम कार्ड की मुख्य विशेषताएं और लाभ

ई-श्रम कार्ड धारकों को मिलने वाले प्रमुख लाभों में सबसे महत्वपूर्ण है 60 वर्ष की आयु के बाद मासिक 3,000 रुपये की पेंशन। यह पेंशन प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन (PM-SYM) योजना के तहत प्रदान की जाती है, जिसके लिए 18-40 वर्ष की आयु के श्रमिकों को अलग से नामांकन कराना होता है।

दुर्घटना बीमा के रूप में श्रमिकों को 2,00,000 रुपये का मृत्यु बीमा और आंशिक विकलांगता की स्थिति में 1,00,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है। यदि किसी लाभार्थी की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो उसके पति या पत्नी को सभी लाभ प्राप्त होते हैं।

कार्डधारकों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलती हैं। सरकार की योजना के अनुसार, लगभग एक करोड़ गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को भी इस योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ प्रदान किए जाएंगे।

स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल के साथ एकीकरण के माध्यम से श्रमिकों को कौशल विकास और अप्रेंटिसशिप के अवसर भी मिलते हैं। यह उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने में सहायक है।

पेमेंट स्टेटस और किस्त की जानकारी

ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए सबसे चर्चित विषय है 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता की स्थिति। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है।

हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक इस भुगतान की कोई निश्चित तारीख नहीं दी है, लेकिन पात्र श्रमिकों के खातों में जल्द ही यह राशि आने की उम्मीद है।

पहली किस्त की सूची 2025 में eshram.gov.in वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर या UAN नंबर के माध्यम से अपनी पेमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं।

जिन श्रमिकों ने जनवरी के तीसरे सप्ताह तक अपना पंजीकरण कराया था, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पहली हजार रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी।

कोविड-19 महामारी के दौरान जिन दैनिक मजदूरों, श्रमिकों, ड्राइवरों, रेहड़ी-पटरी वालों, मोचियों, ऑटो चालकों और राजमिस्त्रियों की नौकरियां गईं, उनकी सहायता के लिए यह योजना विशेष रूप से शुरू की गई थी।

ऑनलाइन पेमेंट स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया

ई-श्रम कार्ड की पेमेंट स्टेटस चेक करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट eshram.gov.in पर जाना होगा। होम पेज पर “E Shram Payment Status” या “पेमेंट स्टेटस” का विकल्प मिलेगा। यहां क्लिक करने के बाद अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा जो आधार कार्ड से लिंक हो।

वैकल्पिक रूप से, आप UAN नंबर का भी उपयोग कर सकते हैं। अपना 12 अंकों का UAN नंबर दर्ज करने के बाद “Search” बटन पर क्लिक करें। आपकी पेमेंट स्टेटस तुरंत स्क्रीन पर दिखाई देगी।

UMANG ऐप के माध्यम से भी पेमेंट स्टेटस चेक की जा सकती है। ऐप डाउनलोड करने के बाद अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करें। PMSS सेक्शन में जाकर “Know Payment Link” विकल्प चुनें और अपने बैंक खाते की जानकारी दर्ज करें।

ऑफलाइन तरीके से भी स्टेटस जांचा जा सकता है। इसके लिए अपनी उस बैंक की शाखा में जाना होगा जिसका खाता ई-श्रम कार्ड के साथ लिंक है। बैंक कर्मचारी से अपने खाते का स्टेटमेंट चेक करने को कहें।

पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया

ई-श्रम कार्ड के लिए आवेदन करने हेतु व्यक्ति की आयु 16 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक का आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर होना आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आवेदक आयकर दाता नहीं होना चाहिए और न ही वह EPFO या ESIC का सदस्य होना चाहिए।

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले सभी व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र हैं। इसमें निर्माण श्रमिक, प्रवासी मजदूर, गिग वर्कर्स, प्लेटफॉर्म वर्कर्स, स्ट्रीट वेंडर, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक, मछुआरे, चर्मकार, बुनकर, दर्जी, रिक्शा चालक, और अन्य सभी अनौपचारिक क्षेत्र के कामगार शामिल हैं।

आवेदन के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, मोबाइल नंबर, और पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है। कोई भी व्यक्ति eshram.gov.in पर जाकर स्वयं पंजीकरण कर सकता है या निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाकर आवेदन करा सकता है।

डेटाबेस का महत्व और उद्देश्य

ई-श्रम पोर्टल का मुख्य उद्देश्य असंगठित श्रमिकों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस तैयार करना है। यह डेटाबेस सरकार को योजनाओं की बेहतर पहुंच और कार्यान्वयन में सहायता करता है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस पोर्टल का निर्माण किया गया था ताकि असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण पूरा करके उन्हें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।

इस डेटाबेस के माध्यम से सरकार प्रवासी श्रमिकों की आवाजाही को ट्रैक कर सकती है, विशेषकर महामारी जैसी आपातकालीन स्थितियों में। इससे श्रमिकों को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और उनके लिए नई नीतियां बनाने में मदद मिलती है।

गिग वर्कर्स और प्लेटफॉर्म इकॉनमी का समावेश

आधुनिक युग की डिजिटल अर्थव्यवस्था में गिग वर्कर्स और प्लेटफॉर्म वर्कर्स की भूमिका बढ़ती जा रही है। सरकार की योजना है कि इन श्रमिकों को भी ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत किया जाए और उन्हें पहचान पत्र प्रदान किया जाए। इससे उनकी नई युग की सेवा अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका को मान्यता मिलेगी।

डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर, ऑनलाइन ट्यूटर, फ्रीलांसर, और अन्य प्लेटफॉर्म आधारित काम करने वाले लोग भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। उन्हें भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।

तकनीकी एकीकरण और भविष्य की योजनाएं

ई-श्रम पोर्टल को विभिन्न सरकारी योजनाओं और पोर्टल्स के साथ एकीकृत किया जा रहा है। PM-SYM पेंशन योजना के साथ एकीकरण पहले से ही हो चुका है। स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल के साथ एकीकरण से श्रमिकों को कौशल विकास के अवसर मिल रहे हैं।

भविष्य में इसे रोजगार पोर्टल्स, शिक्षा पोर्टल्स, और अन्य सामाजिक कल्याण योजनाओं के साथ भी जोड़ा जाएगा। इससे श्रमिकों को एक ही प्लेटफॉर्म से सभी सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।

राज्यवार कार्यान्वयन और चुनौतियां

विभिन्न राज्यों में ई-श्रम कार्ड का कार्यान्वयन अलग-अलग गति से हो रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में सबसे अधिक पंजीकरण हुए हैं। यह इन राज्यों में असंगठित श्रमिकों की बड़ी संख्या को दर्शाता है।

मुख्य चुनौतियां डिजिटल साक्षरता की कमी, बैंक खातों का आधार से लिंक न होना, और दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार CSC सेंटर्स के माध्यम से सहायता प्रदान कर रही है।

सामाजिक सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव

ई-श्रम कार्ड ने भारत के सामाजिक सुरक्षा ढांचे में एक क्रांतिकारी बदलाव लाया है। पहली बार असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पास एक राष्ट्रीय पहचान पत्र है जो उन्हें संगठित क्षेत्र के समान लाभ प्रदान करता है।

यह योजना “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत को मूर्त रूप देती है। इससे सामाजिक न्याय को बढ़ावा मिलता है और आर्थिक असमानता कम होती है। श्रमिकों के आत्म-सम्मान में वृद्धि होती है क्योंकि वे अब सरकारी योजनाओं के वैध लाभार्थी हैं।

महिला श्रमिकों की विशेष स्थिति

ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों में महिलाओं की संख्या भी उल्लेखनीय है। घरेलू कामगार, सफाई कर्मचारी, आंगनवाड़ी हेल्पर, सिलाई-कढ़ाई का काम करने वाली महिलाएं, मिड-डे मील वर्कर्स, और आशा वर्कर्स भी इस योजना का लाभ उठा रही हैं।

महिला श्रमिकों के लिए मातृत्व लाभ, बाल देखभाल सुविधाएं, और कौशल विकास के विशेष कार्यक्रम भी शुरू किए जा रहे हैं। यह लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में सहायक है।

आर्थिक प्रभाव और रोजगार सृजन

ई-श्रम कार्ड के माध्यम से सरकार को असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का सटीक डेटा मिल रहा है। इससे रोजगार नीतियों को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से श्रमिकों की आय में वृद्धि हो रही है।

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से भ्रष्टाचार में कमी आई है और सब्सिडी का लीकेज रुका है। इससे सरकारी खर्च की दक्षता में सुधार हुआ है और पारदर्शिता बढ़ी है।

भविष्य की दिशा और सुझाव

ई-श्रम कार्ड की सफलता के लिए कुछ सुझाव महत्वपूर्ण हैं। सबसे पहले, डिजिटल साक्षरता बढ़ाने की आवश्यकता है। दूसरे, बैंकिंग सेवाओं का विस्तार दूरदराज के क्षेत्रों में करना होगा। तीसरे, योजना की जानकारी का बेहतर प्रचार-प्रसार करना होगा।

मोबाइल-फर्स्ट दृष्टिकोण अपनाकर श्रमिकों को अधिक सुविधा प्रदान की जा सकती है। क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराना भी जरूरी है। AI और मशीन लर्निंग का उपयोग करके बेहतर लक्ष्यीकरण किया जा सकता है।

E-Shram Card Status : हर माह सरकार दे रही है 1000 रुपये

ई-श्रम कार्ड भारत के असंगठित श्रमिकों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है। यह न केवल उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि उनकी गरिमा भी बढ़ाता है। 30 करोड़ से अधिक पंजीकरण इसकी सफलता का प्रमाण है।

हालांकि अभी भी कई चुनौतियां हैं, लेकिन सरकार की प्रतिबद्धता और तकनीकी नवाचार के साथ इन्हें हल किया जा सकता है। यह योजना भारत को एक कल्याणकारी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जो श्रमिक अभी तक पंजीकृत नहीं हुए हैं, उन्हें तुरंत eshram.gov.in पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। यह उनके और उनके परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। ई-श्रम कार्ड सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है, बल्कि एक बेहतर जीवन की गारंटी है।

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